कलात्मक अभिव्यक्तियाँ

बहाउल्लाह जन्म के द्विवर्षीय के अवसर के लिए दुनिया भर में व्यक्तियों और समुदायों के द्वारा बनाई गई अनगिनत कलात्मक अभिव्यक्तियों के मध्य से एक छोटा सा नमूना

बहासा, इन्डोनेशिया में गान

दो संगीतकारों ने बहसउल्लाह के निम्नलिखित शब्दों को लिखाः ’’प्राचीनतम सौंदर्य’’ ने जंजीरों से बंधने की सहमति दी ताकि मानवजाति बंधनमुक्त हो सके, और इस शक्तिशाली दुर्ग में एक कैदी बनना स्वीकार किया ताकि पूरी दुनिया सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त कर सकें... ईश्वर की एकता में विश्वास करने वालों, हमने तिरस्कृत होना स्वीकार किया, ताकि तु्म श्रेष्ठता प्राप्त कर सको, और कई गुना दुःख सहन किया है, ताकि तुम समृद्ध और विकसित हो सको।