कलात्मक अभिव्यक्तियाँ

बहाउल्लाह जन्म के द्विवर्षीय के अवसर के लिए दुनिया भर में व्यक्तियों और समुदायों के द्वारा बनाई गई अनगिनत कलात्मक अभिव्यक्तियों के मध्य से एक छोटा सा नमूना

’’युगल प्रकाशपुंज’’ बाब और बहाउल्लाह का चित्रकारी द्वारा वर्णन

यह दो गोले क्षितिज के सूर्य की विशेषता है जो मानवजाति को प्रकाश की ओर ले जाती है, जिसमें से हर एक बहाई इतिहास के एक हिस्से को छूता है। नीला रंग वह विशाल सागर है जिसको बहाउल्लाह के पिता जी ने सपने में देखा था जिसमें बहाउल्लाह तैर रहे थे और मछलियाँ उनके बालों को जकड़े हुए थी हरा रंग बाब द्वारा उनके प्रकाशित युवाकाल में पहने जाने वाले पगड़ी को दर्शाता है।