भारत

बहाउल्लाह के जीवन को दर्शाता नाटक

बहाउल्लाह का जीवन एवं उनके संदेश को अपने मित्रों एवं परिवारों के साथ बांटने की दिली इच्छा के उभरने के फल स्वरूप, पूणे शहर के एक युवा समूह ने एक नाटक तैयार करने का निर्णय लिया। कुछ महीनों से, उन्होंने एक कहानी तैयार की और एक कोरियोग्राफर के माध्यम से नृत्य विकसित किया। उन्होंने छात्रों एवं नौजवान युवाओं को आमंत्रित किया और उन्होंने पाया कि लोग नाटक में आने के लिए उत्सुक थे। इस समूह ने इतना मजबूत एकता की चेतना विकसित की है कि यदि किसी अवसर पर जब कोई प्रस्तुति के लिए नहीं आ पाया तब दूसरों ने सहज रूप में योगदान के लिए उठ खड़ा हुआ। ’’समूह को हिस्सा होने की यह अहसास, जहाँ सभी अपना कुछ न कुछ त्याग कर एक साथ काम कर रहे है और इस नाटक को सम्भव बना रहे है, अद्भूत है।