हवाई

विश्व-भर से स समारोह

नीचे पूरे देश के अनेकों स्थानों पर बाब के जन्म की द्विशताब्दी के सम्मान में मनाये जा रहे समरोह की झलकियाँ हैं |

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हवाई में जन्मी धर्मभुजा ऐगनेस एलेग्जेंडर के बारे में नाटक

होनोलुलु, हवाई में, समर स्कूल के दौरान प्रस्तुत, एक नाटक, जो यह कहानी बताता है कि किस प्रकार, धर्मभुजा ऐगनेस एलेग्जेंडर ने प्रभुधर्म के बारे में सीखा और कालांतर में बहाई धर्म को स्वीकार किया | सुश्री. एलेग्जेंडर का जन्म 1875 में, होनोलुलु में हुआ ठाट और रोम, इटली की यात्रा के दौरान उन्होंने बहाई धर्म की जानकारी प्राप्त की | वे 1914 में जापान चली गईं, और अगले पांच दशकों में कई बार हवाई लौटकर आई, अंतत: अपने देश में उनका स्वर्गवास हुआ | इस स्कूल में एक अन्य, उल्लेखनीय ऐतिहासिक संपर्क की, नाट्य प्रस्तुति दी गई: हवाई की अंतिम रानी, रानी लिलिउओकलानि, और द्वीप के बहाईयों के मध्य पहली मुलाकात |